ग्वालियर। जयारोग्य चिकित्सालय समूह परिसर के चारों ओर भयावह हादसे को न्यौता देती हाथ ठेलों में घरेलू और छोटे सिलेण्डरों का धड़ल्ले से उपयोग कभी भी बड़ी घटना का कारण बन सकता है। इनके स्थान पर डोमेस्टिक सिलेण्डरों के उपयोग का आदेश जिला प्रशासन द्वारा दिया जा चुका है मगर जिला प्रशासन और संबंधित क्षेत्र कम्पू के थाना प्रभारी इस दिशा में ठोस कार्यवाही नहीं कर पा रहे।
जयारोग्य चिकित्सालय समूह के कमलाराजा, जयारोग्य, माधव डिस्पेंसरी, ट्रामा सेंटर के भीतर एवं बाहरी मुख्य मार्गों पर हाथ ठेलों पर चाट, चाय, खाद्य सामग्री बनाने में घरेलू एवं घटिया स्तर के दो किलो, पांच किलो के लोकल कम्पनियों के सिलेण्डरों का इस्तेमाल देखा जा सकता है, संवाददाता द्वारा स्थानीय थाना कम्पू में इस बात की जब सूचना दी तीे पुलिस स्टाफ ने कहा कि इस दिशा में कार्यवाही करने के हमें ऊपर से कोई आदेश नहीं दिए गए हैं।
खाद्य विभाग को इस दिशा में कार्य करना चाहिए। किसी भी घटना में मरीज के परिजनों और कार्यरत कर्मियों एवं स्वयं हाथ ठेला संचालक हादसे का शिकार हो सकते हैं। चिकित्सालय समूह के कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहाँ सुलभ शौचालयों के निकट ही खाद्य सामग्री तैयार की जाती है और ग्रामीण, मजबूर अटेण्डर और उनके परिवारजन नारकीय भोजन और चाय पीकर गुजारा करते हैं दाम भी दोगुने देते हैं।
दूसरी ओर मरीजों के अटेंण्डरों ने यह जानकारी भी दी कि यहाँ निगम प्रशासन अथवा चिकित्सालय समूह द्वारा मच्छरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए फोगिंग मशीन का उपयोग भी नहीं करवा पाता, स्थानीय कर्मचारी भी इस समस्या का शिकार हो रहे हैं।
माधव डिस्पेंसरी परिसर में धड़ल्ले से हो रहा घरेलू सिलेण्डरों का उपयोग